डायबिटीज से जुड़े कुछ भ्रम दूर कर लें
डॉक्टर अनूप मिश्रा
भ्रम: डायबिटीज गंभीर बीमारी नहीं है
तथ्य: हर वर्ष स्तन कैंसर और एड्स मिलाकर जितनी मौतें होती हैं उससे अधिक मौतें हर वर्ष डायबिटीज की वजह से हो जाती हैं। डायबिटीज होने पर आपको हृदय रोग होने का खतरा लगभग दोगुना हो जाता है। ये बीमारी किसी भी स्तर पर हो उसे गंभीरता से लेना चाहिए खासकर इसका पता चलने पर इसे तत्काल कंट्रोल में लेना अनिवार्य होता है। अच्छी खबर ये है कि डायबिटीज को नियंत्रित कर लेने से इससे संबंधित जटिलताओं का खतरा कम हो जाता है या गंभीर जटिलताएं सामने ही नहीं आती हैं।
भ्रम: यदि आपका वजन ज्यादा है या आप मोटे हैं तो आपको टाइप 2 डायबिटीज हो जाएगा
तथ्य: वजन ज्यादा होना डायबिटीज का एक रिस्क फैक्टर है मगर अन्य कारक, मसलन, पारिवारिक इतिहास, नस्ल और उम्र भी एक खास भूमिका निभाते हैं। दुर्भाग्य से बहुत अधिक लोग दूसरे जोखिम घटकों की अवहेलना करते हैं और ये मानते हैं कि मोटापा ही एकमात्र कारण है। कई मोटे लोग टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित नहीं है जबकि कई ऐसे लोग जो टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित हैं वो सामान्य वजन के हैं या फिर उनका वजन सामान्य से थोड़ा ज्यादा है।
भ्रम: चीनी खाने से डायबिटीज नहीं होता है
तथ्य: कई अध्ययनों ने साबित किया है कि चीनी वाले पेय पदार्थ उदारहण के लिए किसी भी प्रकार का कोला, टाइप 2 डायबिटीज से जुड़ा हुआ है। वर्तमान में ये सलाह दी जाती है कि डायबिटीज को रोकने के लिए लोग चीनी और चीनी मिश्रित पेय पदार्थों का सेवन न करें। सभी प्रकार के कोला के अलावा चीनी आधारित अन्य पेय पदार्थ जिनसे दूर रहने की जरूरत है वो हैं, फ्रूट पंच, फ्रूट ड्रिंक्स, एनर्जी ड्रिंक्स, स्पोर्ट्स ड्रिंक्स, मीठी चाय आदि। ये पेय पदार्थ ब्लड शुगर यानी रक्त शर्करा का स्तर तेजी से बढ़ा देते हैं और एक ही बार पीन से कई सौ केलोरी शरीर में पहुंच जाती है। हालांकि एक स्वस्थ और पोष्टिक भोजन के दौरान सीमित मात्रा में चीनी के सेवन से ब्लड शुगर का स्तर नहीं बढ़ता है।
भ्रम: डायबिटीज से ग्रस्त लोगों को विशेष भोजन लेना चाहिए
तथ्य: डायबिटीज के मरीजों के लिए प्लान किया जाने वाले स्वास्थ्यकर भोजन किसी भी व्यक्ति के लिए स्वास्थ्यकर ही होता है। ऐसे भोजन में कम कार्बोहाइड्रेट, कम मात्रा में सेचुरेटेड और ट्रांस फैट, नमक की कम मात्रा और ज्यादा मात्रा में हरी पत्तेदार सब्जियां, संपूर्ण अनाज, नट्स और फल शामिल होते हैं।
भ्रम: यदि आपको डायबिटीज है तो आपको बहुत कम मात्रा में स्टार्च वाला भोजन, जैसे कि, ब्रेड, आलू और पाश्ता खाना चाहिए
तथ्य: स्टार्च वाला भोजन एक स्वस्थ भोजन प्लान का हिस्सा हो सकता है मगर इसकी मात्रा महत्वपूर्ण है। संपूर्ण अनाज के बने ब्रेड, पाश्ता, चावल और स्टार्च वाली सब्जियां जैसे कि आलू और मक्का आदि को डायबिटीज के मरीज के भोजन में सीमित मात्रा में और किफायत से शामिल किया जा सकता है। इन स्टार्च वाले भोजन के अलावा आप फल, बीन्स, दूध, दही और मीठे को भी, जो कि कार्बोहाइड्रेट के स्रोत हों, आपके भोजन प्लान में शामिल किया जा सकता है।
भ्रम: डायबिटीज के मरीज मिठाई और चॉकलेट नहीं खा सकते
तथ्य: स्वस्थ भोजन प्लान में यदि सही तरीके से शामिल किया जाए और नियमित व्यायाम कर रहे हैं तो डायबिटीज के रोगी भी कभी कभार मिठाई और चॉकलेट का सेवन कर सकते हैं। महत्वपूर्ण यह है कि भोजन के दौरान मिठाई कम लें और अपने स्वास्थ्यकर भोजन पर ज्यादा ध्यान दें।
भ्रम: यदि आपको टाइप 2 डायबिटीज है और आपका डॉक्टर आपको सलाह देता है कि अब आपको इंसुलिन लेना पड़ेगा तो इसका अर्थ है कि आप डायबिटीज के प्रबंधन में विफल हो रहे हैं
तथ्य: अधिकांश लोगों के लिए टाइप 2 डायबिटीज एक आगे बढ़ने वाली बीमारी होती है। सबसे पहली बार पता चलने के बाद कई लोग सिर्फ खाने वाली दवाइयों के जरिये अपने ब्लड शुगर के स्तर को सीमा के अंदर बनाए रखने में कामयाब रहते हैं। मगर समय बीतने के साथ-साथ शरीर कम से कम इंसुलिन बनाता है और ऐसे में खाने वाली दवाइयों के जरिये शुगर को सामान्य स्तर पर बनाए रख पाना संभव नहीं हो पाता है। ऐसे में इंसुलिन के जरिये ब्लड ग्लुकोज को कंट्रोल में रखना अच्छी बात होती है।
भ्रम: फल खाना अच्छी बात है इसलिए आप जितना चाहें उतने फल खा सकते हैं
तथ्य: फल आमतौर पर स्वस्थ भोजन होते हैं। इनमें बहुत मात्रा में फाइबर और विटामिन के साथ-साथ मिनरल्स भी होते हैं। मगर चूंकि फल में पर्याप्त कार्बोहाइड्रेट भी होता है इसलिए आपके भोजन प्लान में इसे बेहद सावधानी से शामिल करना चाहिए। आमतौर पर रोज एक से दो फल यानी 100 से 150 ग्राम फल को खाने में शामिल कर सकते हैं।
भ्रम: डायबिटीज रोगियों को फल उबाल कर खाना चाहिए और एक सख्त डाइट प्लान का पालन करना चाहिए
तथ्य: नहीं। डायबिटीज के प्रबंधन के लिए फल को उबालकर खाना जरूरी नहीं है। एक स्वस्थ और संतुलित भोजन में कम कार्बोहाइड्रेट, कम सेचुरेटेड फैट और हाई फाइबर वाली चीजों को शामिल किया जाता है और इसके साथ ही हर चीज की मात्रा भी सही तरीके से तय की जाती है। खास बात ये है कि ये डाइट प्लान डायबिटीज और नॉन डायबिटीज दोनों तरह के लोगों के लिए है। इसके साथ ही सेहत के लिए संतुलित फैटी एसिड वाले तेल को भी थोड़ी मात्रा में इस डाइट में शामिल किया जाता है। पूरे 25 घंटे के भोजन के लिए एक व्यक्ति के लिए इस तेल की मात्रा 2-3 टी स्पून से अधिक नहीं होनी चाहिए।
भ्रम: मैं घरेलू नुस्खों मसलन, करेला, लौकी, दालचीनी, जामुन आदि के जरिये अपने ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकता हूं, मुझे दवा की जरूरत नहीं है
तथ्य: नहीं। हालांकि कई भारतीय घरेलू चीजें शुगर के स्तर को कम करने में मदद करती हैं। खासकर मेथी दाना, दालचीनी, करेला, घीया, लौकी और जामुन आदि। इन्हें इनके प्राकृतिक रूप में और सीमित मात्रा में खाया जा सकता है। हालांकि डायबिटीज के मैनेजमेंट के लिए दवाओं के साथ स्वस्थ जीवनशैल और व्यायाम की जरूरत होती है और इन्हें नहीं बंद करना चाहिए।
भ्रम: डायबिटीज के मरीजों को वसा की ज्यादा मात्रा लेने में चिंता नहीं करनी चाहिए क्योंकि इसका ब्लड ग्लूकोज पर ज्यादा असर नहीं पड़ता है
तथ्य: मक्खन, घी, तेल (खासकर नारियल तेल) और सलाद की ड्रेसिंग में पाया जाने वाला फैट हमारे ब्लड ग्लूकोज पर सीमित असर डालता है। मगर वसा वाला भोजन हमारे शरीर के पाचन को धीमा कर देता है और इसका असर इंसुलिन के काम पर पड़ता है और इसके कारण खाना खाने के कुछ घंटों बाद ब्लड ग्लूकोज का स्तर बढ़ा हुआ आ सकता है। कुछ फैट ब्लड कोलेस्ट्रोल का स्तर बढ़ाते हैं जो कि हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ाते हैं। इन्हें सेचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट कहते हैं और जहां तक संभव हो इनका इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए। सेचुरेटेड फैट के स्रोत हैं, मक्खन, घी, नारियल तेल, रेड मीट और चीज। इसी प्रकार ट्रांस फैट के स्रोत हैं स्नैक्स फूड (फ्रेंच फ्राइज) और वनस्पति तेल में बने फास्ट फूड। इसके साथ ही यदि कोई व्यक्ति अपना वजन कम करने की कोशिश कर रहा है तो उसे फैट से दूर रहना चाहिए क्योंकि इसमें बहुत अधिक कैलोरी होती है।
भ्रम: यदि माता-पिता या भाई-बहनों में किसी को डायबिटीज है तो आपको भी होगा ही
तथ्य: जी नहीं। डायबिटीज के मामले में कुछ आनुवांशिक कारण हो सकते हैं, खासकर टाइप 1 डायबिटीज के मामले में। एक ही जैसे जीन और एक जैसी जीवनशैली के कारण एक परिवार में एक से ज्यादा लोग डायबिटीज के शिकार हो सकते हैं। मगर युवावस्था से ही सही भोजन और सही जीवनशैली के जरिये लोग लंबे समय तक डायबिटीज को टाल सकते हैं या हमेशा के लिए दूर रख सकते हैं।
भ्रम: डायबिटीज के सभी मरीजों को आसानी से न्यूमोनिया और अन्य संक्रमण हो सकता है
तथ्य: यदि आपका डायबिटीज नियंत्रण में है तो आपको सर्दी या दूसरी बीमारियां आसानी से नहीं पकड़ सकतीं। लेकिन यदि डायबिटीज कंट्रोल में नहीं है तो न्यूमोनिया, टीबी जैसे दूसरे संक्रमण भी हो सकते हैं।
(देश के जाने-माने डायबेटोलॉजिस्ट डॉक्टर अनूप मिश्रा की किताब Diabetes with Delight से साभार। ये किताब अमेजन से मंगाई जा सकती है।)इसी किताब से साभार ली गई ये जानकारियां भी आप नीचे के लिंक को खोल कर पढ़ सकते हैं: यहां पाइये डायबिटीज के बारे में हर जानकारी
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